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परिस्थितियों का दोष देना
–Yogendra Singh–
Motivational Story: मजेदार कहानी काफी समय पहले की बात है दोस्तों . एक आदमी रेगिस्तान में फंस गया था. वह मन ही मन अपने आप को बोल रहा था कि यह कितनी अच्छी और सुंदर जगह हैअगर यहां पर पानी होता तो यहां पर कितने अच्छे-अच्छे पेड़ उग रहे होतेऔर यहां पर कितने लोग घूमने आना चाहते होंगे. मतलब ब्लेम कर रहा थाकि यह होता तो वो होता और वो होता तो शायद ऐसा होताऊपरवाला देख रहा था. मजेदार कहानी
कहने से ज्यादा करने में विश्वास हो
अब उस इंसान ने सोचा यहां पर पानी नहीं दिख रहा हैउसको थोड़ी देर आगे जाने के बाद उसको एक कुआं दिखाई दिया जो किपानी से लबालब भरा हुआ था. काफी देर तकविचार-विमर्श करता रहा. खुद सेफिर बाद उसको वहां पर एक रस्सी और बाल्टी दिखाई दी . इसके बाद कहीं सेएक पर्ची उड़ के आती है, जिस पर्ची में लिखा हुआ था कि तुमने कहा था कियहां पर पानी का कोई स्त्रोत नहीं है अब तुम्हारे पास पानी का स्रोत भी हैअगर तुम चाहते हो तो यहां पर पौधे लगा सकते होवह चला गया.(Motivational Story)
परिस्थितियां सब कुछ सीखा देता है
दोस्तोंतो यह कहानी हमें क्या सिखाती है. यह कहानी हमें यह सिखाती है किअगर आप परिस्थितियों को दोष देना चाहते हो कोई दिक्कत नहीं है . लेकिन आप परिस्थितियों को दोष देते हो कि अगर यहां पर ऐसा हो औरआपको वह सोर्सेस मिल जाए तो क्या परिस्थिति को बदल सकते हो . इस कहानी में तो यही लगता है कि कुछ लोग सिर्फ परिस्थिति को दोष देना जानते हैं . (Motivational Story)
अगर उनके पास उपयुक्त स्रोत हो तो वह परिस्थिति को नहीं बदल सकतेसिर्फ वह ब्लेम करना जानते हैं . लेकिन हमे ऐसा नहीं बनना है . दोस्तोंइस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि अगर आप चाहते हो किपरिस्थितियां बदले और आपको अगर उसके लिए उपयुक्त साधन मिल जाए तोआप अपना एक परसेंट योगदान तो दे ही सकते हैं . मजेदार कहानी
मुझे पूरा भरोसा है कि अगर आपके साथ ऐसी कोई घटना घटित होती हैआप अपना योगदान जरूर देंगे . यह कहानी आपको अच्छी लगी होगी अगर आप चाहते हो किआपको ऐसी मजेदार कहानियां मिलती रहे तो आप बिल्कुल सही जगह पर है . (Motivational Story)
दोस्तों मेने आपका ज्यादा समय खराब नहीं किया और इस motivational story को मैंने कम से कमशब्दों में समेटने की कोशिश की है जो कि मैं कर पाया अगर आपकेकोई सुझाव हो तो कमेंट के माध्यम से मुझे जरूर बताएं और अगरआपको यह Motivational story अच्छी लगी हो तो लोगो को जरुर शेयर करें.
Government Job: दोस्तों आप लोगों के लिए हम यहां सरकारी नौकरी से संबंधित वैकेंसी/जाॅब नोटिफिकेशन जानकारी दे रहे है जिसके माध्यम से आप अप्लाई कर सकें। आपके पास योग्यता तो है लेकिन आपको यह पता नहीं रहता कि कहां वैकेन्सी है और इसकी अंतिम तिथि क्या है? आपके हम यहां सभी प्रकार के जानकारी उपलब्ध कराने जा रहे है ताकि एक ही वेबपेज में सभी जानकारी प्राप्त हो सकें और यहां से सहीं जानकारी प्राप्त करते हुए आप अप्लाई कर सकें। सरकारी नौकरी पाने के लिए आपको सभी पहले अप्पलाई करना होगा। यदि आपके पास योग्यता है और आप अप्लाई करते है तो निश्चित ही आपको सरकारी नौकरी मिलगा ही।
1. Teaching Job in NCERT
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) स्कूली शिक्षा में शैक्षिक अनुसंधान, शिक्षक प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम और शिक्षण सामग्री के विकास के लिए एक शीर्ष संगठन, अपनी घटक इकाइयों के लिए साक्षात्कार के माध्यम से सीधी भर्ती के तहत 266 विभिन्न शैक्षणिक पदों को भरने के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करता है। पूरे भारत में। ये पद अजमेर, भोपाल, भुवनेश्वर, मैसूर और शिलॉन्ग और नई दिल्ली में स्थित परिषद की घटक इकाइयों के बीच हस्तांतरणीय हैं। Government Job
Number of Post
Professor : 39
Associate Professor: 83
Professor : 144
Qualification for Assistant Professor
PG : 55 % and UGC NET/CSIR UGC NET cleared
Last Date of Online Application
30 August 2020
Selection Procedure
Interview
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2. Dr. Rajendra Prasad Central Agricultural University, Samastipur Bihar
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी और चिकित्सा अधिकारी के पदों के लिए आवेदन आमंत्रित करता है। Government Job
Total Post: 63
Last Date: 17 August 2020
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3. KUVEMPU University, Karnataka
Guest Lecturer
Total Post : 285
Last Date : 30 August 2020
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4. Central University, Odisha
Assistant Professor, Associate Professor and Professor
इंडिया में यूरोपीय कंपनियों का आगमन प्राचीन काल से ही विदेशी व्यपार हेतु भारत आया करते थे, व्यापार हेतु ही हुआ। सर्वप्रथम पुर्तगाली जलमार्ग होते हुए भारत आये, उनके बाद क्रमशः डच, ब्रिटिश और फ्रांसीसी भारत आये। जल्द ही भारत के समुद्र के निकटवर्ती और समुद्री इलाकों व सामुद्रिक व्यापर पर यूरोपियों का एकाधिकार हो गया।
कंपनियों के आगमन का क्रम इस प्रकार था
पुर्तगीज डच अंग्रेज डेन फ्रांसीसी।
पुर्तगाली
17 मई, 1498 को जलमार्ग से सर्वप्रथम पुर्तगालीनाविक वास्को-डि-गामा इंडिया आया था। भारत के लिए समुद्रीमार्ग की खोज का श्रेय पुर्तगालियों को ही दिया जाता है। वास्को-डि-गामा समुद्रीमार्ग से India के पश्चिमी तट पर स्थित कालीकट नामक स्थान पर आया। वहां का तत्कालीन हिन्दू शासक जमोरिन था। जमोरिन ने ही कालीकट पर वास्कोडिगामा का स्वागत किया था। वास्को-डि-गामा को व्यापार करने की सुविधा जमोरिन ने ही प्रदान की थी। यूरोपियों का इंडिया में आने का मुख्य मकसद व्यापार करना था। वास्को-डि-गामा ने ‘केप ऑफ गुड़ होप‘ के रास्ते भारत तक के समुद्री मार्ग की खोज की थी।
NTA UGC NET Paper 1 : Notes
1505 ई. में फ्रांसिस्को-डि-अल्मीडा नामक पुर्तगाली
India में पुर्तगाली क्षेत्रों का अधिकृत गवर्नर बनाकर भेजा गया। फ्रांसिस्को-डि-अल्मीडा को हिन्द महासागर में व्यापार पर पुर्तगालियों का नियंत्रण स्थापित करना था पर वह इसमें असफल रहा और 1509 ई. में वापिस पुर्तगाल चला गया।
फ्रांसिस्को-डि-अल्मीडा के बाद
फ्रांसिस्को-डि-अल्मीडा के बाद 1509 ई. में अलफांसो-डि-अल्बुकर्क को अगला पुर्तगाली गवर्नर बनाकर India भेजा। अलफांसो-डि-अल्बुकर्क को ही India में पुर्तगाली शक्ति का असली संस्थापक माना जाता है। अलफांसो-डि-अल्बुकर्क ने पुर्तगालियों को भारतीयों से शादी करने की सलाह दी थी ताकि भारत में पुर्तगालियों की संख्या बढ़ाई जा सके। अलफांसो-डि-अल्बुकर्क ने गोवा, और फारस की खाड़ी में स्थित होरमुज द्वीप पर अपना अधिपत्य किया था। 1510 ई.में पुर्तगालियों ने गोवा को बीजापुर से छीना था, बीजापुर का तत्कालीन शासक युसूफ आदिलशाह था। 1503 ई. में अलफांसो-डि-अल्बुकर्क ने ही कोचीन में पुर्तगाली दुर्ग का निर्माण करवाया था। 1530 ई. में गोवा भारत में पुर्तगालियों की राजधानी थी, यहीं पर पुर्तगालियों का मुख्यालय स्थित था।
भारत में लाल मिर्च, काली मिर्च और तंबाकू की खेती
भारत में लाल मिर्च, काली मिर्च और तंबाकू की खेती पुर्तगालियों की ही देन थी। भारत मेंजहाज निर्माणऔर प्रिंटिंग प्रेस तकनीक लाने का श्रेय भी पुर्तगालियों को ही जाता है। 1556 ई. में भारत में पहली प्रिंटिंग प्रेस की स्थापना पुर्तगालियों द्वारा ही की गयी थी। बंगाल में पुर्तगालियों द्वारा स्थापित पहली फैक्ट्री हुगली थी। ( भाग 2: भारत में यूरोपीय कंपनियों का आगमन, अगले अंक में)
How to Crack and Success UGC NET JRF in History
इतिहास :भारत में यूरोपीय कंपनियों का आगमन
रोज पढ़े करेंट अफेयर्स
महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स
करेंट अफेयर्स: प्रधानमंत्री श्री रनेन्द्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश के गरीबों के लिए ’’प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’’ के तहत् नवम्बर 2020 के अंत तक फ्री में अनाज वितरण को विस्तारित किया गया है। प्रत्येक सदस्य को 5 किला अनाज तथा 1 किलो चना मुफ्त में प्रदान किया जाएगा।
केन्द्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने फ्रांसीसी नेता ले ड्रियन से वार्ता की।
देश के टाॅप विश्वविद्यालय आई.आई.टी. मद्रास द्वारा डेटा साइंस में बीएससी की डिग्री हेतु Online Courseलांच किया गया हैं। यह किसी आई.आई.टी के द्वारा प्रथम Online Course है जहां उच्च स्तरीय पठन-पाठन की सुविधाए मुहैया कराया जाएगा। यहां प्रवेश पाने वाले छात्रों को वैज्ञानिक बनने का रास्ता साफ हो जाएगा।
भारत के माई गर्वनमेंट कोरोना हेल्पडेस्क को 02 अवार्ड प्राप्त हुआ।
वेस्ट टू एनर्जी सयंत्र दक्षिण दिल्ली नगर निगम द्वारा विकसित किया जाएगा, यह ओखला लैंडफिल साइट पर ओपन होगा।
केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड का नया सीईओ रविंदर भाकर को नियुक्त किया गया है।
के.के. वेणुगोपाल का अटाॅर्नी जनरल का कार्यकाल समाप्त हो रहा था जिसे 1 वर्ष के लिए पुनः नियुक्त किया गया है।
National Current Affairs on 1st June 2020
PM extends free grain distribution scheme under PMGKAY (Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana) till end of November
Foreign Minister S. Jaishankar talks with his French counterpart Jean-Yves Le Drian
B.Sc. Online Course is started by IIT Madras
2 Award won : My Govt. Corona Helpdesk
Indian Oil, NTPC, SDMC (South Delhi Municipal Corporation) partnered to develop a demonstration ‘Waste to Energy’ plant at Okhla Landfill site in Delhi
Ravinder Bhakar appointed as CEO of CBFC (Central Film Certification Board)
K. K. Venugopal was reappointed as Attorney General of India for one year
महारात्न कंपनियों नवरत्न कंपनियों के नाम
लोक उद्यम विभाग, भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्रालय द्वारा जारी सूची के अनुसार महारत्न कंपनियों एवं नवरत्न कंपनियों के नाम प्रस्तुत कर रहे है जो आपके प्रतियोगी परीक्षा के लिए बहुत ही उपयोगी है-
महारात्न कंपनियों के नाम इस प्रकार है-
भारत इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) भारत पेट्रोलियम कार्पौरेशन लिमिटेड गेल इंडिया लिमिटेड हिन्दूस्तान पेट्रोलियम कार्पौरेशन लिमिटेड इंडियन आयल कार्पौरेशन लिमिटेड एनटीपीसी तेल और प्राकृतिक गैस निगम लि. पाॅवर ग्रिड कार्पोरेशन आफ इंडिया लि. स्टील अथाॅरिटी आफ इंडिया लि.
नवरत्न कंपनियों के नाम इस प्रकार है-
भारत इलेक्ट्रानिक लि. कंटेनर कार्पोरेशन आफ इंडिया लि. इंजीनियर्स इंडिया लि. हिन्दूस्तान एयरोनाॅटिक्स लि. महानगर टेलीफोन निगम लि. नेशनल एल्युमिनियम कंपनी लि. एनबीसीसी इंडिया लि. एनएमडीसी एनएलसी आयल इंडिया लि. पावर फाइनेंस कार्पोरेशन लि. राष्ट्रीय इस्पत निगम लि. ग्रामीण विद्युत निगम लि. शिपिंग कार्पोरेशन आफ इंडिया लि.
मिनीरत्न का नाम आप यदि जानते है तो जरूर कमेंटस में लिखें ताकि छात्रों को ज्यादा ज्यादा से लाभ हो सकें.
Communication Lecture Notes for UGC NET: सम्प्रेषण दो या दो से अधिक व्यक्तियों के मध्य आपस में अपनी संदेश को पहुंचाने से है। एकल Communication भी हो सकता है अर्थात एक ही व्यक्ति अपने आप बातें कर सकता है जैसे मनन-चिंतन करना, स्वप्न देखना आदि, इस तरह के सम्प्रेषण को अंत-सम्प्रेषण कहा जाता है। दो व्यक्तियों के बीच सम्प्रेषण को अंतर-सम्प्रेषण कहा जाता है।
सम्प्रेषण का मुख्य उद्देश्य
मुख्य उद्देश्य दो या दो से अधिक व्यक्तियों में सूचना के आदान-प्रदान से मानव व्यवहारों को प्रभावित करना है। अर्थात दोनों व्यक्तियों के द्वारा वार्तालाप के माध्यम से संदेश को या सूचना को भेजने, प्राप्त करने तथा फीडबैक देने से है।
सम्प्रेषण में मनुष्य के पाॅच इन्द्रिया
संचार में मनुष्य के पाॅच इन्द्रिया जैसे आख, कान, नाक, जीभ तथा त्वचा के माध्यम से वह नवीन ज्ञान अर्जित करता है। नवीन ज्ञान प्राप्त करने को हम शोध कहते है। मनुष्य की यह प्रवृत्ति भी है कि वह नये ज्ञान को खोजे, विश्लेषण करें तथा समाजोपयोगी बनाए। इस संसार में राज्य के नागरिकों को राजा से विचारों की अभिव्यक्ति के लिए संघर्ष करना पड़ा। आप सभी जानते है 1215 की मैग्नाकार्टा किंग जाॅन के द्वारा अपने नागरिकों को विचारों की स्वतंत्रता को प्रमुखता दिया गया। अर्थात मानव अधिकार के रूप में विचारों की स्वतंत्रता को स्वीकार किया गया।
स्कूल एवं काॅलेज में कक्षाकक्ष में अध्ययन-अध्यापन के द्वारा शिक्षक-छात्रों के साथ सम्प्रेषण में गतिशीलता जैसे तत्व समाहित होता है। शिक्षक पाठ्यपुस्तक के अनुरूप छात्रों को अधिगम कराता है, उनके सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत् रहता है। कक्षाकक्ष मे प्रभावी सम्प्रेषण शिक्षक के भाषा का प्रस्तुतीकरण, शाब्दिक एवं अशाब्दिक संचार प्रचुरता से पाया जाता है।
शिक्षक-छात्र का व्यवहार
कक्षा का वातावरण तथा शिक्षक का लचीलापन व्यवहार से ही छात्रों की अधिगम एवं सर्वांगीण विकास होता है। संवाद छात्रों की रूचि, अभिरूचि तथा प्रतिभा को सर्वोपरि बनाता है। शिक्षक द्वारा छात्रों के साथ किए जाने वाले व्यवहार पर भी निर्भर करता है कि छात्रों को किस तरह से उनके ज्ञान में वृद्धि कराया जा सकें। कक्षाकक्ष में छात्रों के द्वारा प्रश्न पूछना भी संवाद का एक महत्वपूर्ण तत्व है। यह सभी संचार की गतिशीलता ही है। इसके लिए प्रेरणा, प्रस्तुत तथ्य तथा सहभागिता का होना जरूरी होता है।
खुला अधिगम
दूरवर्ती शिक्षा का आधार तत्व है खुला अधिगम। संचार एवं तकनीक के माध्यम से यह अधिगम निरंतर संचरित होता है। दूरवर्ती शिक्षा मुख्यतः अनौपचारिक शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत आता है। छात्रों को शिक्षक आमने-सामने नहीं पढ़ाता है बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से सीडी, कैसेट, रेडियो, दूरदर्शन, समाचार पत्र एवं पुस्तकों के माध्यम से नवीन ज्ञान अर्जित करता है। यहां पाठ्यक्रम को पूरा करने की चिंता नहीं होता है। यह एक प्रकार का जन शिक्षा प्रणाली है जैसे इग्नू इसका उदाहरण है।
BHU में 479 पदों पर दिनांक 31 जुलाई 2020 तकं Online Form भर सकते है। बनारस हिंदू युनिवर्सिटी यानी केन्द्रीय विश्वविद्यालय में सहायपक प्राध्यापक सहित एसोसिएट प्रोफेसर, प्रोफेसर के पदों पर भर्ती प्रारंभ हो गई है। इसके लिए बीएचयू द्वारा नया नोटिफिकेशन जारी किया किया गया है। इच्छुक छात्र आज से आवेदन कर सकते है।
बीएचयू देश के टाॅप विश्वविद्यालय में से एक है।
बीएचयू देश के टाॅप विश्वविद्यालय में से एक है। इस विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बनना हम सभी का सपना होता है। जब भी वैंकेसी निकलता है हर कोई अप्पलाई करता है। चाहे हो या न हो लेकिन प्रयास जरूर करते है। एक बात जान लीजिए यहां की एजुकेशन लेवल उच्च कोटि की है। अर्थात अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी इसका नाम है।
All Subjects
वर्ष 2020 में जारी नोटिफिकेशन के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए जो वैकेंसी जारी किया गया है इसमें एजुकेशन, बाॅटनी, Chemistry, होम साइंस, अर्थशास्त्र, हिन्दी, अंग्रेजी, म्यूजिक, मैथ्स, भूगोल, साइकोलाॅजी, फिलाॅसफी, संस्कृत सहित विभिन्न विभागों के वैकेंसी सम्मिलित है।
Previous Year Vacancy
यह वैकेंसी पिछले बार भी नोटिफिकेशन जारी किया गया था लेकिन भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ ही नहीं हुआ। फिर दुबारा वैकेंसी निकाली गई है। जो पहले अप्पलाई कर चुके है उनके लिए यह निर्देश है कि उन्हें दुबारा अप्पलाई करनी होगी लेकिन फीस नहीं लगेगी।
योग्यता-
सहायक प्राध्यापक के लिए योग्यता पीजी में 55 प्रतिशत (एससी, एसटी, अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 50 प्रतिशत अंक) जरूरी हैं इसके लिए यूजीसी नेट/राज्य पात्रता परीक्षा यानी सैट या पीएचडी की डिग्री होनी चाहिए।
उम्र –
विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक के लिए कोई उम्र बंधन नहीं है।
सैलरी-
सातवें वेतनमान के तहत् ज्वाईनिंग के समस उन्हें लगभग 60 हजार से अधिक पेमेंट मिल सकता है।
क्या करें?
आपके पास यदि न्यूनत योग्यता है तो आप इसमें जरूर अप्पलाई करनी चाहिए, क्योंकि बीएचयू में शिक्षक बनना सौभाग्य की बात है। यदि आप चाहते है कि आप इस विश्वविद्यालय में शिक्षक बन जाए तो आपको ज्यादा नहीं सोचनी है। और अभी से तैयारी करनी चाहिए।
Teaching Aptitude, Research Aptitude, Communication & Other Topics Video
क्या आप एनटीए यूजीसी नेट की तैयारी कर रहे है? क्या आप फ्री लेक्चर्स सीरिज प्राप्त करने चाहते है? क्या आप बेहतर नोट्स बनाना चाहते है? यदि हाॅ, तो इस ब्लाग को पूरा पढ़े और हमारे द्वारा बताए गए मार्गदर्शन का जरूर अनुसरण करें।
इस वीडियों में बताया गया है कि आपको यूजीसी नेट की तैयारी करते समय किन-किन बातों को ध्यान रखना है। जैसे कम्प्यूटर आधारित परीक्षा है तथा प्रथम प्रश्न पत्र में 50 प्रश्न का 100 अंक निर्धारित है तथा इसी तरह द्वितीय प्रश्न पत्र विषय से संबंधित है जिसके लिए 100 प्रश्नों का 200 अंक निर्धारित है। दोनों प्रश्नों से न्यूनतम अंक 40 प्रतिशत प्राप्त करना अनिवार्य है इसके पश्चात् 6 प्रतिशत पात्रता वाले को नेट क्लियर करने की मैरिट लिस्ट जारी किया जाता है। इन सबके बारे में स्पष्ट जानकारी दिया गया है।
Live Class Lecture’s Video for December 2019 (Playlist)
Live Class Video Lecture for June 2020 (Playlist)
कैसे नेट की तैयारी करेें
आप अभी से हमारे यूट्यूब चैनल के वीडियों के साथ-साथ इस वेबसाइट के सभी माॅक टेस्ट, वीकली टेस्ट, मेगा टेस्ट सहित नोट्स का अध्ययन करें। अब आपको किसी पुस्तक का सहारा लेने की जरूरत नहीं है और न ही आपको नोट्स बनाने का झंझट है। आप प्रतिदिन हमारे वेबसाइट के स्टडी मटेरियल का अध्ययन करें और नोट्स बनाते रहे। इतना ही पर्याप्त है नेट एवं जेआरएफ क्लियर करने के लिए।
अपना सलाह जरूर दें ताकि हम आपके जरूरत को ध्यान में रखते हुए यूट्यूब चैनल में तथा वेबसाइट में स्टडी मटेरियल दे सकें। हम आप लोगों के लिए नोट्स पीडीएफ भी उपलब्ध करायेंगे ताकि आप लोगांे ठीक से तैयारी कर सकें।
Lecture Video Series for NTA UGC NET
General Aptitude Paper 1 : NTA UGC NET Preparation कैसे करें?
इस सनडे की वीकली माॅक टेस्ट में (NTA UGC NET) एनटीए यूजीसी नेट के पेपर 1 के सभी टाॅपिक्स को कव्हर करते हुए एक -एक प्रश्न पूछा गया है। ताकि आप सभी प्रश्नों को एक साथ एग्ज़ाम के रूप में साल्व करें। इससे आपके कन्फिडेंस लेवल हाई होगा और परीक्षा केन्द्र में भलिभांति एवं निश्चित समय में सही उत्तर चुन सकेंगे।
सफलता का राज क्या है?
बेहतर नोट्स बनाकर स्टडी करना, Old Question Paperका स्पष्टीकरण के साथ अध्ययन करना तथा Daily Mock Test देना। यदि आप ये तीन उपाय को भलिभांति समझ जाते है और अपने स्टडी में अपना लेते है तो निश्चित रूप से सफलता मिलेगा ही।
NTA UGC NET के लिए नोट्स कैसे बनाये?
खुद बनाये और अध्ययन करें इसके कई फायदे है जैसे खुद बनायेंगे तो आपका एक बार स्टडी भी हो जाएगा, आप को याद रहेगा क्या नोट्स बनाए थे।Notes बनाने के लिए आपको एक मार्गदर्शक का सलाह लेना जरूरी है। यानी विद्धान शिक्षक के द्वारा जो पढ़ाया जा रहा है, उसी से नोट्स बनाए। हो सके तो आप बुक्स का भी अध्ययन करते हुए नोट्स बना सकते है।
माॅक टेस्ट कैसे दें?
हम यूट्यूब चैनल लाॅ आर्डर एण्ड सिविल राइट्स में बहुत सारे वीडियो बनाये है उसे देंखे। इसके अलावा कम्प्यूटर के आधार पर हमारे वेबसाइट में प्रकाशित नोट्स एवं प्रश्नोत्तरी का डैली प्रेक्टिस करें। यहीं प्रश्न आपके एग्जाम में पूछे जा सकते है।
हमारे वेबसाइट में वर्ष 2004 से 2019 तक के सभी Question Papers को हम अपलोड करने जा रहे है जिसमें व्याख्या सहित उत्तर भी दिए जाएगे।
आप क्या सोचते है?
यदि आपके मन में कोई सुझाव हो तो जरूर हमें कमेंट देकर जरूर बता सकते है। आपके आवश्यकता के अनुरूप ही हम अपने Website में शिक्षण सामग्री प्रकाशित करेंगे।https://www.thestudycentres.com/ugc-net/
आलेख आमंत्रित है
आप चाहते है कि आपके कोई नोट्स, प्रश्नोत्तरी या अन्य शिक्षण सामग्री हमारे वेबसाइट में प्रकाशित हो तो आपके आलेख आमंत्रित है।
#2. मेटा विश्वविद्यालय की अवधारणा को किस विश्वविद्यालय ने अपनाया है?
#3. ताजा जलाशयों में जैविक प्रदूषण का प्राथमिक स्रोत है-
#4. शिक्षण के दौरान छात्रों की अधिकतम सहभागिता किसके द्वारा संभव है-
#5. नोवेल कोरोना वायरस का मतलब है-
#6. जब कम्प्यूटर बूटिंग कर रहा है तो मेमोरी में बी.आई.ओ.एस. किसके द्वारा लोड किया जा रहा होता है?
#7. निम्नलिखित में से कौन से शिक्षण का पूर्व निर्धारण स्तर नहीं है-
#8. एक आदमी 50 से 99 तक के सभी आंकड़ों को लिखता है लेकिन ऐसा करते हुए वह 2 या 7 को छोड़ता जाता है उसने गिनती में कितने आंकड़े लिखें?
#9. डिसलेक्सिया संबंधित है-
#10. आधारिका से निष्कर्ष के निकलने का दावा किया जाना, ऐसी गुण को दर्शाता है जो अपने आप में..............नहीं है ।
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NTA UGC NET Paper 1 Communication
संचार
संचार (Communication) में दो व्यक्ति का होना जरूरी होता है। प्रथम व्यक्ति को एनकोडर या प्रेषक तथा दूसरा व्यक्ति को डि-कोडर या प्रेषिती कहा जाता है। प्रेषिती अर्थात डि-कोडर संदेश का प्रतिपुष्टि करता है। जैसे उदाहरण के रूप में मान लीजिए एक लड़का किसी लड़की को आई लव यू कहता है तो लड़की या तो खुश होकर आई लव यू टू कह देगी या फिर इसकी शिकायत परिवार में या फिर पुलिस स्टेशन में कर सकती है। लड़की की खुशी या नाराज़गी मनोवैज्ञानिक प्रभाव है। सम्प्रेषण का चरण है ’संदेश का स्रोत – प्रेषक – संदेश – माध्यम – प्रेषिती – प्रतिपुष्टि’।
शाब्दिक और अशाब्दिक
यह एक चक्रीय एवं वर्गीय क्रम हो सकता है। अर्थात प्रेषिती फीडबैक के रूप में प्रेषक बन जाता है और प्रेषक प्रेषिती के रूप में प्रतिपुष्टि प्राप्त करता है। यह मुख्यतः दो प्रकार का होता है 1. शाब्दिक एवं 2. अशाब्दिक। शाब्दिक सम्प्रेषण के तहत् शब्दों का प्रयोग किया जाता है जिसमें मौखिक या लिखित हो सकता है। जबकि अशाब्दिक में हाव-भाव, शारीरिक भाव-भंगिमा आदि आता है।
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इसके अलावा व्यक्तियों के संख्या के आधार पर भी इसका वर्गीकरण किया जाता है। जैसे व्यक्ति कुछ सोचता है, खुद ही बोलता है, स्वप्न देखता है, इसके अंतर्गत एक ही व्यक्ति प्रेषक एवं प्रेषिती होता है तो हम इस तरह के सम्प्रेषण को अंतः-वैयक्तिक कहते है। यदि दो या दो से अधिक व्यक्ति आपस में बात करते है तो अंतर-वैयक्तिक कहा जाता है। यदि एक व्यक्ति किसी समूह से संदेशों का आदान-प्रदान करता है तो उसे सामूहिक सम्प्रेषण का संज्ञा दिया जाता है।
उद्देश्य के आधार पर इसे अन्य रूपों में वर्गीकृत कर सकते है जैसे रैखिक या अरैखिक। इसके अलावा पार्शिवक कम्यूनिकेशन समान स्तर पर होता है। त्वरित लिखित संचार तार, टैलेक्स, नोटिस, पत्र टीप आदि के रूप में किया जाने वाला कम्यूनिकेशन है।
Results
Well Done
50 %
#1. शिक्षक के लिए आवश्यक है
#2. कक्षा में संचार के तत्व नहीं है-
#3. ज्ञानात्मक स्तर पर पढ़ाते समय अध्यापक को पढ़ाना चाहिए-
#4. द्विपक्षीय संचार प्रभावी होता है
#5. अध्ययन प्रक्रिया में दृष्टि माॅडल नहीं बढ़ा सकता है-
#6. द्विमार्गीय साधन के उदाहरण है-
#7. दृश्य श्रव्य माध्यम नहीं है-
#8. शिक्षण के समय विचार संचार द्वारा छात्रों पर प्रभाव डाला जा सकता है-
संचार में मनोवैज्ञानिक प्रभाव जरूर होता है क्योंकि मनोवैज्ञानिक आधार पर ही प्रेषिती अर्थात डि-कोडर प्रतिपुष्टि करता है। जैसे उदाहरण के रूप में मान लीजिए एक लड़का किसी लड़की को आई लव यू कहता है तो लड़की या तो खुश होकर आई लव यू टू कह देगी या फिर इसकी शिकायत परिवार में या फिर पुलिस स्टेशन में दे सकती है। लड़की की खुशी या नाराज़गी मनोवैज्ञानिक प्रभाव है।
#9. संचार का क्रियात्मक माध्यम है
#10. कक्षा कक्ष शिक्षण अध्यापक के विचार प्रस्तुतीकरण के कौशल पर आधारित होता है, यह कथन-
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Unacademy Class
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Rajshree Scholarship
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